संजय गुप्ता. INDORE. स्वच्छता अवॉर्ड इंदौर को मिल रहा है, यह पहले ही तय हो चुका था, लेकिन इसका प्रचार अपने खाते में कैसे कराएं, इसे लेकर महापौर पुष्यमित्र भार्गव के अलावा कोई जनप्रतिनिधि सोच ही नहीं पाया। हमेशा मीडिया प्रचार में आगे रहने वाले सांसद शंकर लालवानी भी इस मामले में नए-नवेल राजनीति में आए भार्गव से पिछड़ गए। दरअसल भार्गव, सांसद ने जैसे ही राष्ट्रपति से सफाई में नंबर वन का अवॉर्ड लिया, वैसे ही उनकी प्रचार टीम ने वेब लिंक से अवार्ड लेने का वीडियो निकालकर उस पर कमल का लोगो और पुष्यमित्र भार्गव के हस्ताक्षर वाला मार्क लगाकर तत्काल जारी कर दिया। देखते-देखते यही वीडियो हर जगह चलने लगा। काफी देर बाद सांसद लालवानी का प्रचार तंत्र सक्रिय हुआ और उन्होंने सांसद की ओर से बयान जारी कर सफाई के लिए इंदौर की जनता को बधाई दी।
अब इस पूरे मामले में पिछड़ गईं पूर्व महापौर मालिनी गौड़ का मीडिया तंत्र तो और सोया रहा, जबकि तीन बार अवॉर्ड तो उनके ही कार्यकाल में जीते गए और इसकी नींव भी उन्हीं ने रखी थी। आखिर में रात को विधायक गौड़ एक गरबा आयोजन में पहुंची और स्वच्छता गान पर गरबा किया, यह वीडियो फिर रात को वायरल किया गया। फिर रविवार को जब दोपहर में अवार्ड लेकर टीम एयरपोर्ट पर लौटी तो फिर सभी जनप्रतिनिधियों के साथ एयरपोर्ट पहुंच गई और सबसे आगे रही।
जुलूस में रह नहीं जाएं इसलिए सांसद का बैकअप प्लान भी रहा
एक मजेदार बात यह भी हुई कि तय हुआ कि चार बजे दिल्ली से टीम के आने के बाद अवार्ड लेकर राजवाड़ा तक जुलूस निकाला जाएगा। अब सांसद ललवानी को दिल्ली में रविवार को सुबह तक रूकना था, क्योंकि इंदौर ग्रामीण के लिए भी स्वच्छता अवॉर्ड मिलना था। वह शाम की फ्लाइट से इंदौर आ रहे थे, ऐसे में जुलूस और एयरपोर्ट पर उनका स्वागत कौन करेगा, इसके लिए वैकल्पिक टीम तैयार की गई और जिला पंचायत को बोला गया कि वह सांसद का धूमधाम से स्वागत करें।